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ज्योतिष में पांचवां भाव/ 5th House in Astrology

Fifth House in Astrology

 पाँचवां भाव/ fifth house "पुत्र भाव", "विद्या भाव," और "बुद्धि भाव" से संबंधित होता है। ज्योतिष में इस भाव के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। इस भाव के कुछ पहलुओं के बारे में नीचे संक्षिप्त में बताया गया है।

ज्योतिष में पांचवें भाव का महत्व/ Significance of Fifth House in Astrology

ज्योतिष में पांचवे भाव के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता। यदि पांचना भाव सकारात्मक परिणाम दे, तो उसके परिणाम को नीचे लिखने का प्रयास किया गया है। लेकिन यहां आपको एक बात और समझनी होगी कि जहां जहां पर पंचम भाव/Fifth house के अलावा अन्य भाव का प्रयोग किया गया है, इसका अर्थ यह है कि उन भावों का भी पंचम भाव के साथ उपयोग किया जाना चाहिए।

• बुद्धि और बुद्धिमत्ता: इस भाव सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को विद्या सीखने और ग्रहण करने में बेहतर बनाता है।

• स्मरण-शक्ति तेज होती है। 

• उच्च शिक्षा और कॉलेज के स्तर पर शिक्षा प्रभावित हो सकती है।

• लेखन, कल्पना-शक्ति, विचारशील और विकसित प्रमाणिकता के साथ अनुवाद करना जैसी रचनात्मक क्षमताएं। 

• वाक्-शक्ति और लेखन में सुधार होगा।

• अध्यापन, सलाहकार, वक्ता जैसे व्यवसाय अनुकूल होते हैं।

• बोलचाल और लेखन से संबंधित कुछ संशय बने रहते हैं।

• अप्रत्यक्ष और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि रह सकती है।

• योग और भक्ति का ज्ञान हो सकता है।

• व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर प्रबंधन और देखरेख जैसी जिम्मेदारियां।

• प्रसन्नतापूर्वक शैक्षणिक और प्रशासनिक स्थानों पर प्रस्तावित नए विषयों की प्रबंधन संबंधी ज़िम्मेदारियां संभालने की योग्यता।

• आम जनता के लिए पुस्तकालयों की स्थापना करना। 

• शैक्षिक संस्थानों में धन का प्रबंधन करना। 

• पालतू जानवरों को गोद लेना।

• गर्भ में दो से अधिक बच्चों की मौजूदगी होने पर, स्थितियों के अनुसार चिकित्सकीय रूप से सामान्य या सिजेरियन डिलीवरी का निर्णय लिया जाता है, जिसके द्वारा आवश्यकतानुसार बच्चों की स्थिति और समग्र स्वास्थ्य का पता लगाया जा सकता है।

पांचवे भाव पर नकारात्मक परिणाम से फल/Result of negative impact of negative element

पंचम भाव पर सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ते हैं। ऊपर आपने सकारात्मक प्रभाव के परिणाम देख लिया होगा। चलिए जानते हैं कि यदि कोई नकारात्मक प्रभाव पंचम भाव को प्रभावित करे तो क्या फल मिल सकता है।

• पंचम भाव पर नकारात्मक प्रभाव गुरु और शिष्य में विश्वास की कमी को दर्शाता है।

• शब्दों को दोहराना, हकलाना और अस्पष्ट वाणी जैसे कुछ वाग्दोष।

• शर्मीले और अंतर्मुखी होने के कारण, सार्वजनिक तौर पर बोलने में कठिनाई।

• लिखते समय हाथों में कंपन होने से अस्पष्ट लिखावट होने के कारण, कुछ उपचार अपनाने चाहिए।

• अव्यवस्थित सोच और असंगठित विचारों के कारण विचारधारा में बिखराव। 

• कभी-कभी, दिमाग में विकारों की प्रबलता होने पर, प्रथम भाव का सहारा लेकर उपाय किया जा सकता है और कभी-कभी चोट लगने पर, आठवें और बारहवें भाव/ eighth and twelfth house द्वारा उपाय किए जा सकते है।

• बाहरी व्यक्तियों के साथ कार्यों और सामाजिक भागीदारी में, मानसिक विकृति के प्रभाव देखे जाते हैं।

• सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और धर्मार्थ कार्यों में विचारधारा प्रभावित करती है।

• शिक्षक, सलाहकार और सार्वजनिक वक्ता के रूप में,  विश्लेषणात्मक विचारधारा कार्य करती है।

• सातवें, चौथे और आठवें भाव/ seventh, fourth, and eighth houses, प्रजनन प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण होने के साथ ही, दंपत्तियों में कुछ कमियों के कारण गर्भावस्था में गर्भपात की संभावनाओं का भी संकेत देता है।

• सातवें और बारहवें भाव/ seventh and twelfth house, शारीरिक दबावों के कारण गर्भावस्था में होने वाले कष्टों को दर्शाता है। 

• चौथा, सातवां और बारहवां भाव/ Fourth, seventh and twelfth house, गर्भाशय संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए सर्जरी की संभावनाओं को निर्धारित करते हैं।

• सातवें और बारहवें भाव/ seventh and twelfth house अत्यधिक रक्तस्राव, अल्प प्रवाह और अनियमित माहवारी जैसी मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का निर्धारण करते हैं।  

• छब्बीस दिनों से कम या उनतीस दिनों से अधिक का मासिक धर्म चक्र प्रजनन को प्रभावित करता है।

• सातवें, आठवें और बारहवें भाव/ seventh, eighth, and twelfth house, मासिक धर्म के दौरान यौन क्रियाओं द्वारा जीवनसाथी के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाली प्रभावों का निर्धारण करते हैं।

• चौथा भाव/ fourth house, रक्त संबंध के अंतर्गत तथा नौवां और दसवां भाव/ ninth and tenth houses, परिवार के बाहर बच्चा गोद लेने का संकेत देता है।

• सातवें और बारहवें भाव/ seventh and twelfth house को इस भाव के साथ देखने से गोद लिए गए बच्चे के साथ अनाचारों का संकेत मिल सकता है।

• आठवें और बारहवें भाव/ eighth and twelfth house, गोद लिए गए बच्चों के साथ हिंसा होने की संभावनाओं को निर्धारित करते हैं। 

• सातवें, नौवें और बारहवें भाव/ seventh, ninth, and twelfth houses, वास्तविक और प्राकृतिक बच्चे के साथ अवैध संबंधों का संकेत देता है।  

• पहला भाव/ first house, पागलपन होने की संभावना को दर्शाता करता है।

• पागलपन के कारण, होने वाली हिंसाओं के बदले में कानूनी कार्यवाहियां पांचवें, आठवें और बारहवें भाव/fifth, eighth, and twelfth houses द्वारा निर्धारित होती हैं। 

• पहले और नौवें भाव/ first and ninth house, पोते-पोतियों का निर्धारण करते हैं।  

• आध्यात्मिक और तांत्रिक क्षेत्र में गलत मार्गदर्शन का निर्धारण तीसरे, नौवें, दसवें और ग्यारहवें भाव/ third, ninth, tenth, and eleventh houses द्वारा  होता है।

• चौथे और ग्यारहवें भाव/ fourth and eleventh houses, वास्तविक और सौतेली माँ दोनों के, विरासत में मिलने वाले मातृ धन का निर्धारण करते हैं।

• पहले, तीसरे और दसवें भाव/ first, third, and tenth houses राजनीतिक पदों जैसे मंत्रियों, विधायकों, सलाहकारों आदि में प्रवेश करने को निर्धारित करते हैं। 

• चर्च, मंदिरों में उपदेशक, बिशप जैसे धार्मिक और आध्यात्मिक पदों में रुचि नौवें भाव/ ninth house द्वारा निर्देशित होती है।

• नकारात्मक पांचवां भाव यकृत/Liver, गुर्दे, गर्भाशय संबंधी समस्याओं का प्रतीक होता है।

• सातवें और आठवें भाव/ seventh and eighth houses, फैलोपियन ट्यूब में गर्भधारण का संकेत देता है, जो चिंता का विषय है, क्योंकि इन परिस्थितियों में देसी और आधुनिक चिकित्सा उपचार  मदद नहीं कर पाते हैं। 

• नौवें और दसवें भाव/ ninth, and tenth houses शास्त्रों, उपदेश और प्रार्थना के रूप में ईश्वर के प्रति भक्ति की प्रामाणिकता को निर्देशित करते हैं। 

• नौवें और दसवें भाव/ ninth and tenth houses यज्ञों, मूर्ति स्थापनाओं, प्राण प्रतिष्ठा, चर्चों, मस्जिदों, बौद्धों के चैत्य का उद्घाटनों को निर्धारित करते हैं। 

• छठे और आठवें भाव/ sixth and eighth houses, चिकित्सकों के रूप में चिकित्सा ज्ञान का निर्धारण करते हैं।

• वास्तविक या अनुचित और अनर्जित प्रसिद्धि पाने के लिए किसी ज्ञान में विशेषज्ञता।

• पांचवां भाव/fifth house सभी प्रकार के रचनात्मक कार्यों से संबंधित होता है।

• नौवें, ग्यारहवें और बारहवें भाव/ ninth, eleventh, and twelfth houses, इस तरह के रचनात्मक कार्यों के प्रकाशनों द्वारा आय और प्रसिद्धि, या दोनों का निर्धारण करते हैं।

• नौवें और दसवें भाव/ ninth and tenth house पत्रकारों, संपादकों, फीचर लेखकों और अनुवादकों से संबंधित अनुभव और अनुभवहीनता, सक्षमता और अक्षमता को निर्धारित करते हैं। 

• अनुसंधान और विशेषज्ञता पांचवें भाव/ fifth house से संबंधित होती हैं जो नौवें और दसवें भाव/ ninth and tenth house द्वारा निर्धारित की जाती हैं।

• अकाल प्रसव, गर्भपात और मृत जन्म से संबंधित कारणों का परीक्षण सातवें, आठवें और नौवें भाव/ seventh, eighth, and ninth house द्वारा निर्देशित किया जाता है।

• चिकित्सा, धार्मिक, आध्यात्मिक और तांत्रिक उपचार।

• सातवें और नौवें भाव/ seventh and ninth house, संतानहीनता से संबंधित पूर्व जन्म के श्रापों और चिकित्सा कारणों के परीक्षणों को निर्देशित करते हैं। 

• विवाह के उपरांत संतान प्राप्ति में देर हो सकती है।

• गर्भावस्था के सुरक्षित और असुरक्षित दोनों पहलुओं के अनुसार, अपनाए जाने वाले मनोवैज्ञानिक, धार्मिक और चिकित्सा उपाय सातवें भाव द्वारा पता किया जा सकता है।

• आठवां भाव/ eighth house बच्चे की सामान्य, सिजेरियन और संदंश डिलीवरी/सिजेरियन डिलीवरी (यंत्रों के प्रयोग से बच्चे का जन्म) द्वारा बच्चे और माँ दोनों पर पड़ने वाले प्रभावों का संकेत देता है। 

• दूसरे और आठवें भाव/ second and eighth house प्रसव के दौरान, बाद में या प्रसव की प्रक्रिया में माँ और बच्चे की मृत्यु को निर्देशित करते हैं, जिनके द्वारा उपचारों को अपनाया जाता है।

पंचम भाव के अलावा जिन जिन भावों को ऊपर बताया गया है, उसका अर्थ है कि पंचम भाव के साथ उन भावों को भी पढ़ा जाने से उन कारकों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकती है।

नोट/ Note:  

१. गर्भ में अजन्मे शिशु के लिंग का पता लगाना संभव नहीं है और ऐसा पूछना अनैतिक एवं जुर्म है।

२. गर्भावस्था के अंत में, माँ को मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो  सकती हैं।

३. दूसरे और आठवें भाव/ second and eighth house, गर्भावस्था के खत्म होने को निर्धारित करते हैं।  

४. सातवें, नौवें और बारहवें भाव/ seventh, ninth, and twelfth houses, विवाह के अतिरिक्त नाजायज बच्चों का निर्धारण करते हैं।

५. सातवें और बारहवें भाव/ seventh and twelfth house, अवैध या सामूहिक सेक्स ऑर्गेज्म के कारण गर्भ में स्थित, बच्चे के पिता का निर्धारण या गैर-निर्धारण करते हैं।

६. चौथा भाव/ fourth house, प्राकृतिक और दत्तक दोनों बच्चों में संपत्ति के बंटवारों को निर्धारित करता है।

७. चौथे, नौवें, दसवें और ग्यारहवें भाव/  fourth, ninth, tenth, and eleventh houses, पिता की मृत्यु की संभावनाओं को निर्धारित करते हैं।

८. पति-पत्नी को संपत्तियों पर उत्तराधिकार सीधे मिलने की जगह, अन्य स्रोतों से प्राप्त हो सकता है।

९. नौवें और ग्यारहवें भाव/ ninth and eleventh house, स्वयं से दादा-दादी या इसके विपरीत, दादा-दादी द्वारा स्वयं को मिलने वाले लाभों का निर्धारण करते हैं। 

१०. घरेलू मदद के लिए भाई-बहनों और कार्यालय में कर्मचारियों के साथ संबंध अच्छे रहते हैं और स्वयं का प्रभाव बना रहता है।

११. लोग अपने विचारों और निर्णयों के प्रति पूर्णतया दृढ़ होते हैं।

१२. कुछ प्रचलित संबंध पोते-पोतियां, भाई-बहन, दोनों पक्षों के विवाह से संबंधित संबंध होते हैं।

आप ज्योतिष में 12 भावों, ग्रहों का गोचर और इसके प्रभावों के बारे में पढ़ सकते हैं। 

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