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कुंडली के बारहवें भाव में राहु

वैदिक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुंडली के बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति होने से यहाँ लागू होने वाले सिद्धांत के अनुसार यह स्थिति बहुत ज्यादा प्रभावशाली नहीं होती है। इस भाव में होने पर राहु की यह मंशा होती है कि कोई मजबूत ग्रह भी उसके साथ ही इस भाव में हो जो अपना व्यापक प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर राहु के साथ मिलकर दे सके। हालाँकि, इस बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए कि, राहु कुंडली के इस भाव में होने पर व्यक्ति के जीवन पर बहुत ही कम सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। लेकिन इस बात में किसी भी तरह का संदेह नहीं है कि, राहु व्यक्ति के वास्तविक माता-पिता और संतान के जीवन के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है।

बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति/Rahu in 12th House होने से यह व्यक्ति को कई मायनों में सामाजिक कार्यों पर पैसे खर्च करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। हालांकि इसके साथ ही यह व्यक्ति को समाज में नाम, उपलब्धि और आर्थिक लाभ पाने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा सामाजिक और चैरिटी के कार्यों पर खर्च किये गए पैसों के अलावा व्यक्ति धन कमाने के लिए अन्य श्रोतों का भी उपयोग कर सकता है। ऐसे में व्यक्ति अवैध तरीके से डॉलर कमाने का प्रयास भी कर सकते हैं। राहु का दूसरे ग्रहों पर निर्भर रहने की वजह से यह व्यक्ति में मुनाफाखोरी, तस्करी और गलत कामों की प्रवृति को बढ़ावा दे सकता है। कुछ मामलों में यह दान और सामाजिक कार्य की तरफ व्यक्ति का झुकाव गलत तरीके से कमाए गए पैसों को छुपाने के लिए भी किया जा सकता है। 

कुंडली के बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति का जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव

कुंडली के बारहवें भाव/Rahu in 12th House में राहु की उपस्थिति होने से यह व्यक्ति को एक आकर्षक रूप देने के साथ ही उन्हें एक मजबूत शरीर देता है और खासकरके व्यक्ति के शरीर के ऊपरी हिस्से जैसे कि, कंधे, गर्दन और छाती को विशेष मजबूती प्रदान करता है। इस इस भाव में राहु की स्थिति होने से यह महिला और पुरुष किसी को भी पुलिस हिरासत, जेल या कारावास की सजा पाने के लिए प्रेरित नहीं करता है। कहने का अर्थ यह है कि, यह व्यक्ति को किसी भी तरह से किसी बुरे काम की तरफ अपने कदम बढ़ाने से भरसक रोकने का प्रयास करता है। दूसरी तरफ यदि कुंडली के बारहवें भाव में राहु के साथ मंगल, शनि, हर्शेल या यहाँ तक कि बृहस्पति की उपस्थिति होती है तो यह व्यक्ति को गलत कामों की तरफ ले जा सकता है और उन्हें जेल की सजा भी हो सकती है।

दूसरी तरफ इस भाव में राहु की मौजूदगी अगर अकेले हो तो यह व्यक्ति को पैसों से संबंधित कामों में धांधली करने की तरफ प्रोत्साहित कर सकता है जिससे उन्हें अपने कुछ दिन जेल या कारावास में भी बिताने पड़ सकते हैं। साथ ही यदि बारहवें भाव में राहु के साथ ही मंगल ही उपस्थिति हो तो इससे व्यक्ति किसी की चल-अचल संपत्ति पर भी अपना कब्ज़ा जमा सकते हैं। मंगल और शनि के साथ राहु की उपस्थिति कुंडली के बारहवें भाव में होने से आमतौर पर व्यक्ति को जेल या कारावास से कम की सजा नहीं मिलती है। दूसरी तरफ इस भाव में हर्शेल के साथ राहु की उपस्थिति होना और उसी समय कुंडली के तीसरे, छठे, आठवें और बारहवें भाव का स्वामी यदि मंगल और शनि हो तो बारहवें भाव में भव-चलितम चार्ट के अनुसार राहु की स्थिति में कोई बदलाव देखने को नहीं मिल सकता है। इसके साथ ही

आपको बताते चले कि राहु के साथ अन्य ग्रहों की नवमांश स्थिति तय करना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, भले ही यह स्थिति महिला या पुरुष को किसी भी तरह की सजा पाने से बचा रही हो या नहीं। इसके विपरीत ऐसा भी हो सकता है कि, यह नवमांश स्थिति व्यक्ति के अवैध कामों को और भी बढ़ावा दे रही हो। जैसा कि, इस संदर्भ में पहले ही बताया गया है कि, राहु बारहवें भाव में होते हुए नवमांश चार्ट में अपनी भूमिका के बावजूद आमतौर पर व्यक्ति को आर्थिक स्तर पर किसी तरह का जुर्माना देना पड़  सकता है। 

आप हमारी वेबसाइट से सभी भावों में राहु के प्रभावग्रहों के गोचर के बारे में भी पढ़ सकते हैं। साथ ही जन्मकुंडली, लव या अरेंज मैरिज में चुनाव, व्यवसायिक नामों के सुझावस्वास्थ्य ज्योतिषनौकरी या व्यवसाय के चुनाव के बारे में भी पढ़ सकते हैं।

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