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पहले भाव में शुक्र | Venus in 1st House

यह लोगों को अच्छी तरह से स्वच्छता, स्थिर आवास, निश्चितता का अधिकार वाला और महत्वाकांक्षी बनाता है। पहले भाव का शुक्र फैंसी वस्त्र, सुसज्जित परिवेश और बिना गुणवत्ता पर ध्यान दिए गए भोजन आदह फैशनेबल और अन्य बाहरी दिखावे के प्रति आकर्षण बढ़ाता है। पहले भाव का शुक्र स्वभाव से रोमांटिक, स्पष्टवादी और बहिर्मुखी स्वभाव के साथ ही, विपरीत लिंग का ध्यान आकर्षित करने वाला मोहक, आकर्षक, सुंदर और सौहार्दपूर्ण जैसे अन्य लक्षण भी प्रदान करता है।

 

पहले भाव में शुक्र का समग्र प्रभाव/ Overall Impact of Venus in the First House

शुक्र, आर्थिक स्थिति के आधार पर व्यक्ति को परोपकारी स्वभाव वाला और खूबसूरत स्थलों के भ्रमण और घूमने-फिरने में रूचि बढ़ाने के साथ ही, संगीत/ नाटक/ मंच प्रस्तुतीकरण/ अभिनय/ नृत्य आदि कलाओं में अच्छी रूचि तथा दूसरों और विपरीत लिंग का ध्यान आकर्षित करने के गुण प्रदान करता है। इसके अलावा,  तेज सुगंध वाले ताजे फूल, इत्रादि सुगंधित वस्‍तुऍं या सामग्री तथा गहने और आभूषणों का प्रदर्शन करने के लिए प्रवृत्त करता है।

 

इन लोगों को अपने पहले भाव में शुक्र/Venus in First house वाले अन्य व्यक्तियों से मिलते समय सतर्क रहना चाहिए क्योंकि वे स्वच्छंद वार्तालाप और सामाजिक योग्यता वाले होने के बावजूद, सामने वाले व्यक्ति द्वारा समान स्वतंत्रता का आनंद लेने पर, नाराज हो जाते हैं तथा यह विशेष गुण रोमांस, प्रेम-प्रसंग और विवाह के पहले चरणों जैसा ही बना रहता है।

 

पहले भाव का शुक्र, लाभकारी और हानिकारक दोनों हो सकता है। अपने सकारात्मक प्रभावों के अंतर्गत  यह सभी प्रकार की पेंटिंग्स और चित्रकला का ज्ञान, औपचारिक डिजाइनिंग के साथ ही मूर्ति, फर्नीचर आदि इंटीरियर डिजाइनिंग, हर्बल कॉस्मेटिक के प्रयोग के स्पष्ट विचारों के साथ, व्यक्ति को प्रोफेशनल फैशन डिजाइनर और ब्यूटीशियन भी बनाता है। सामान्य तौर पर, शुक्र के मंगल, शनि, राहु या हर्शल से परस्पर-विरोधी होने पर, व्यक्ति बुरी आदतों और संगति की ओर आकर्षित हो सकता है जो उन्हें अनैतिक गतिविधियों की ओर भी प्रवृत्त करती हैं तथा इस युति के  12 डिग्री के अंतर्गत होने पर, यह अधिक प्रभावी हो जाता है। इस युति के दौरान कठोर ग्रहों के प्रभाव से व्यक्ति, मदिरापान और मादक पदार्थों के सेवन की प्रवृत्ति रखता है। इसके अलावा, विपरीत लिंग के एक से अधिक व्यक्तियों के साथ रोमांटिक या अस्थिर यौन संबंध होने की संभावनाएं रहती हैं तथा ऐसी अन्य अवांछित गतिविधियां भी इसके नकारात्मक प्रभावों के अंतर्गत आती हैं।

 

शुक्र के प्रभाव के अंतर्गत आने वाले विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का प्रेम संबंध में इस महत्वपूर्ण कारक को ध्यान में रखना चाहिए कि एक किशोर, अन्य व्यक्ति के लिए प्रेम संबंधी वास्तविक भावनाओं और अस्थायी मोह के बीच अंतर करने में, आमतौर पर विफल रहता है।

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