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कुंडली में अमला योग/ Amala Yoga in horoscope

वैदिक ज्योतिष में अमला योग/Amala yoga in Vedic Astroligy का कर्म वाले दसवें भाव से सीधा संबंध होता है, जो दान और दयाभाव संबंधी गतिविधियों जैसे अन्य कार्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित करता है। ये क्रियाएं, परोपकारी कर्मों पर आधारित आपके चरित्र को आकार देती हैं। 

लग्न या चंद्रमा से दसवें भाव में लाभकारी ग्रहों के स्थित  होने पर, आंवला योग बनता है।

परिणाम/ Results 

चलिए बात करते हैं उन परिणामों के बारे में जो आपको मिलते हैं कुंडली में इस योग के बनने के कारण। वास्तव में, आंवला योग के अंतर्गत जन्मे व्यक्तियों के जीवन में अनवरत रूप से प्रसिद्धि और समृद्धि बनी रहती है।

टिप्पणियां/ Remarks 

विशेष रूप से, दसवें भाव में स्थित ग्रहों का प्रभाव तथा लग्न या चंद्रमा की मजबूती यहाँ आवश्यक होती है। दसवें भाव में स्थित शुभ ग्रहों की राशियों के स्वरूप पर उचित विचार किया जाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि, दसवें भाव में स्थित कोई भी ग्रह भले ही अशुभ ग्रह ही क्यों न हो, अपनी दशा-भुक्ति के दौरान अस्थिर तरीकों से किए गए प्रयासों के द्वारा भी समृद्धि प्रदान करता है। साथ ही साथ गंभीरतापूर्वक स्थित हानिकारक ग्रह, निस्संदेह रूप से व्यक्ति का व्यवहार बनाने वाला नहीं होता है। अमला का अर्थ है- मिलावट रहित अर्थात् शुद्ध। अतः, निश्चित रूप से हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि दसवें भाव में जितने अधिक लाभकारी ग्रह होंगे, स्पष्ट रूप से उतने ही उचित तरीकों से समृद्धि और संपन्नता की प्राप्ति होगी।

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