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ज्योतिष में महाभाग्य योग/ Maha Bhagya Yoga in Astrology

क्या आपको यह अचरज होता है कि ऐसा क्यों है कि कुछ लोगों को सौभाग्य का आनंद मिलता है जबकि अन्य को नहीं। वहीं, कुछ लोग जीवन में काफी जल्दी ही, व्यावसायिक और सामाजिक सफलता की सीढ़ियां काफी आसानी से चढ़ जाते हैं, जबकि अन्य ऐसा नहीं कर पाते हैं? दरअसल, उनकी यह राजसी स्थितियां और अपार धन-संपदा महाभाग्य योग का ही परिणाम हो सकती हैं।

वैदिक ज्योतिष में, महाभाग्य योग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह व्यक्ति को प्रभावशाली, सफल और विजेता बनाता है। यह लोग अत्यधिक प्रभावी होने के कारण, अक्सर समाज में सेलिब्रिटी का दर्जा प्राप्त करते हैं।

वैदिक ज्योतिष में, महाभाग्य योग सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय योगों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है 'महा' का अर्थ है- 'महान' और 'भाग्य' का अर्थ है- 'भाग्य या किस्मत'। अतः, जिसकी कुंडली में महाभाग्य योग होता है, वह किस्मत से जन्मजात धनी होते हैं जो निश्चित रूप से उत्तम भाग्य वाले होते हैं। 

यह योग इतना मंगलकारी होता है कि यह कुंडली की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाता देता है। यह एक बहुत ही दुर्लभ योग के रूप में जाना जाता है, जिसमें पुरुष और महिला दोनों के लिए अलग-अलग संयोजन होते हैं।

परिणाम/ Results

महाभाग्य योग के अंतर्गत जन्मे पुरुषों और महिलाओं को वर्तमान समय के अनुसार, उनके लिंग के अनुकूल विशिष्ट गुणों तथा आकर्षक और मनवांछित भाग्य की प्राप्ति होती है। 

टिप्पणियाँ/ Comments

विषम राशियां, मानव शरीर प्रणाली के सक्रिय घटकों को प्रकट करती हैं, जैसे- सूर्य, चंद्रमा और लग्न व्यक्ति के मूल स्वभाव, मानसिकता और शारीरिक संरचना को बताते हैं। पुरुष के जन्म के समय जब सूर्य, चंद्रमा और लग्न ये सभी चारों घटक अलग-अलग विषम राशियों में पड़ते हैं, तब एक आदर्श पुरुष की कल्पना की जाती है।

अनिवार्य रूप से, रात्रि और सम राशियां मानव शरीर प्रणाली के निष्क्रिय अवयवों को प्रकट करती हैं। फिर से सूर्य, चंद्रमा और लग्न व्यक्ति के मूल स्वभाव, मानसिकता और शारीरिक संरचना को बताते हैं। जैसा कि ऊपर कहा गया है, जब रात्रि में महिला के जन्म के दौरान सभी चारों तत्व अलग-अलग राशियों में स्थित होते हैं, तब स्त्रियोंचित गुणों, अच्छे आचरण और भाग्यशाली संतान को जन्म देने वाली, एक आदर्श महिला की कल्पना की जाती है।

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