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ज्योतिष में सुख योग/ Sukha Yoga in Astrology

द्वितीयेश के चन्द्रमा से चतुर्थांश में होने पर, बनने वाले योग को ज्योतिष में सुख योग/ Sukha Yoga in Astrology कहा जाता है। जैसा कि नाम में ही सुख है, उसी प्रकार आपकी कुंडली में इस योग के निर्माण के कारण आपके जीवन सुख कि कमी कभी नहीं होती और इसका प्रभाव सीधा आपके जीवन पर पड़ता है।

परिणाम/ Results

जो व्यक्ति सुख योग में जन्मे लेते हैं उनके जीवन में अनेकों अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। तनाव-मुक्त,  संतोषजनक जीवन वाले तथा श्रेष्ठ कार्यों में प्रवृत्त होते हैं वह लोग जिनकी कुंडली में बनता है सुख योग।

टिप्पणियाँ/ Comments

इस योग वाले व्यक्तियों के पास, जीवन को अनुकूल बनाए रखने वाली आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, पर्याप्त धनराशि होती है, जिसके कारण वह तनाव-मुक्त दैनिक जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

द्वितीयेश और ग्राम स्वामी तथा शनि और सूर्य को, चंद्रमा से चतुर्थांश में होना चाहिए।

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